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इन लव विथ बिलियनेयर( कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ) (भाग-45)

नोट - कोई त्रुटि होगी तो बाद में अपडेट कर दूंगी 

.क्योंकि रात के 1 बजे लिख रहे तो शायद संभावना हो 😅






पिछले भाग में आपने पढ़ा था की विहान ...ऋषभ को रोक लेता है और कहता है की कुछ इंपोर्टेंट बात करनी है ,
अब आगे ,

विहान - भाई वो एक्चुअली बात ये है की ...

( वो बीच में ही चुप हो जाता है और बीना आगे कुछ कहे कमरे से बाहर निकलने लगता है तो ऋषभ कहता है )
ऋषभ - विहान रुको ....जो बताना है जल्दी ..इसी वक्त बताओ...
विहान -( रुक कर ) वो ना भाभी से रिलेटेड है ...
ऋषभ -( हैरानी से ) अब क्या हुआ अवनी को ?😕
विहान - क्या मतलब....
ऋषभ - कुछ नही कुछ नही ....तुम बताओ ...
( विहान फिर एक बड़ी सी सांस लेता है और कहता है )
विहान - भाई हमने जो उन लड्डूओ को जांच के लिए दिया था , उसकी रिपोर्ट्स आ गई है एक्चुअली आ तो पहले ही गई थी पर आज भेजा है उन्होंने ...
ऋषभ - ( हैरानी से ) ओह तो क्या रिजल्ट है...
विहान - भाई लड्डू में ही नींद की गोलियां मिलाई गई थी ....
( इतना सुनकर ऋषभ हैरानी से बेड पर बैठ जाता है तो विहान कहता है )
विहान - भाई किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले एक बार मॉम से जरूर बात करेंगे ...…
ऋषभ - हम्मम ठीक है....
विहान - आप ठीक तो है ...?
ऋषभ - हां मैं ठीक हु ......तुम जाओ लंच कर लो... आज मेरा मूड नही है...
विहान -( परेशान होकर ) मैं जानता था आपका यही रिएक्शन होगा 🙄.....तभी मैं नही बताना चाहता था....( उसका हाथ पकड़ कर) आप अभी इसी वक्त नीचे आइए लंच करने के लिए ...नो बहाना
ऋषभ - विहान तुम जाओ ...
विहान - ठीक है मैं चला जाता हु , बस एक बात का ध्यान रखना...कुछ भी मत सोच लेना और दूसरा हम लोग आपके बिना लंच नही करेंगे .....
( इतना कहकर विहान दरवाजा बंद करके चला जाता है तो ऋषभ भी बेड से उठ जाता है और बालकनी में खड़े होकर मिस्टर सिंह को कॉल करता है और कहता है )
ऋषभ - हैलो मिस्टर सिंह ....उस लॉकेट के बारे में कुछ पता चला ?
( उधर से मिस्टर सिंह )
मिस्टर सिंह - हैलो सर ...ये बहुत पुराना मॉडल लग रहा, थोड़ा मुश्किल है पता करना फिर भी मैं कोशिश करता हु ..
ऋषभ - हम्मम......
मिस्टर सिंह - सर आप लोग वापस कब आ रहें ?
ऋषभ - जल्द ही ...क्यों क्या हुआ ?
मिस्टर सिंह - वो बस ... आकाश सर  और अनंत सर लेट नाइट वर्क करते है और कभी कभी तो घर भी नहीं जाते है ....
ऋषभ -( हैरानी से ) ठीक है ... .........मैं बाद में कॉल करता हु .
मिस्टर सिंह - ओके सर ....
( कॉल फिर कट जाता है तो ऋषभ फोन वही टेबल पर रखकर बाहर का नजारा देखने लगता है ...आज मौसम थोड़ा अलग लग रहा होता है , ठंडी हवाएं चलना शुरू हो गई होती है तो ऋषभ भी अंदर आकर स्लाइडिंग विंडो क्लोज कर देता है और फ्रेश होने के लिए चला जाता है .........नीचे विहान हॉल में ही सोफे पर बैठकर कंपनी से रिलेटेड वर्क कर रहा होता है ...वही नील भी सामने बैठकर अपनी बुक्स पढ़ रहा होता है .....आदि अपने कमरे में परेशान बैठा होता है क्योंकि अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली होती है की आखिर गाड़ी कौन ले गया ...वो अभी भी बस कॉल कर करके इन्फॉर्मेशन लेने की कोशिश कर रहा होता है ....बाहर विहान लैपटॉप को देखते देखते थक गया होता है तो उसे बंद करके साइड में रख देता है और नील की तरफ देखकर कहता है,

विहान - तुम एमबीबीएस कर रहे हो ना ?
नील -( बुक बंद करके ) जी ...
विहान - तो एग्जाम कबसे है ...तुम्हारा लास्ट ईयर होगा ?
नील - नहीं 4th ईयर है ...बस कुछ महीनो में एग्जाम्स हो जायेंगे तो मुझे जल्दी ही जाना होगा यूनिवर्सिटी ...
विहान - ओह ...
नील - आपकी बात हो गई ट्विंकी दी से ?
विहान -( शरमाते हुए) नही...अभी कहां ..
नील - तो कब करेंगे प्रपोज आप उन्हे .....
विहान -( हैरानी से ) ये बात तुम कह रहे हो ..😳...
नील - मिस्टर विहान अगर आप किसी चीज या किसी को प्यार करते हैं तो अपने दिल की बात एक बार सामने रख देना चाहिए....
विहान - अगर वो नही माने तो ..
नील - तो चुपचाप उसके डिसिजन की रिस्पेक्ट करो और निकल जाओ ....
( विहान अब नील को हैरानी से देख रहा होता है ...वो शॉक होता है की आखिर नील ऐसे कैसे ऐसी बाते कर रहा .,कुछ देर तक उसे ऐसे ही देखता रहता है तो .......अपनी तरफ ऐसे देखते पाकर नील कहता हैं )

नील - ( हाथ हिलाकर ) क्या हुआ मिस्टर विहान ?
विहान - ( मुस्कुराते हुए ) मैं सोच रहा की तुम कबसे ऐसी बाते करना शुरू हो गए 😃....
नील -( सर पर हाथ फेरते हुए  ) वो बस देव का देव पुराण पढ़ लिया था रात में ....
विहान - ओह देव क्या राइटर है ...ग्रेट ।
नील -( हंसते हुए ) हां कुछ चीजे लिखी हुई है ....में आपको दे दूंगा वैसे भी ( बायोलॉजी की किताब दिखाते हुए ) मेरे लिए यही ठीक है ...

( विहान मुस्कुराने लगता है की तभी ऋषभ सीढ़िओ से उतरकर नीचे आ जाता है और सोफे पर बैठ कर कहता है )
ऋषभ - ( विहान से ) वो ब्लू वाली फाइल रेडी हुई ....
विहान - ( फाइल देते हुए ) हां भाई ये लीजिए ...अब आप ठीक है ना ?
ऋषभ - ( मुस्कुराते हुए ) हम्म ठीक है ......( सामने देखते हुए ) आज अभी तक घर में इतनी शांति क्यों है ?
विहान - क्योंकि अभी तक हमारे घर में बच्चे नही आए न तभी ...
ऋषभ -( विहान की तरफ देखते हुए ) तुम्हे बच्चो की बड़ी लगी होती है ....
विहान -( ऋषभ का हाथ पकड़ कर) अरे भाई अब मेरा भी मन कर रहा की मुझे भी कोई चाचू चाचू कहके बुलाए.😍.( नील की तरफ देखकर) बताओ मैं गलत थोड़े कह रहा ...
(नील कोई जवाब नही देता है और अपना फोन देखने लगता है तो विहान कहता है )
विहान - भाई सच बताना आपका मन नही होता की कोई आपको प्यार से पापा - पापा कहे .......😅
( ऋषभ ...विहान की तरफ हैरानी से देखने लगता है की देव - आनंद घर में घुसते हैं और एक साथ कहते हैं)

देव - आनंद - ( खुश होकर )अरे कौन पापा बन रहा ??
ऋषभ -( दोनो को देखते हुए ) बस आ गए दोनो लकड़बग्घे 🙄...
देव -( आंखे बड़ी करके) आपको कैसे पता की हम लकड़बग्घे है .....😕
विहान - क्या मतलब ...
देव -( 😒😒) निहारिका आंटी ने हम दोनो को लकड़बग्घे की टीम कहा था और ये भी कहा था की वो किसी को नही बताएंगी.....😭मेरे साथ धोखा हुआ ।
ऋषभ - ओह ..कोई धोखा नही हुआ, मैंने ही मॉम को ये नाम सजेस्ट किया था ......इसे छोड़ो ( आनंद की तरफ देखकर) ये क्या हुलिया बनाकर आए हो ?
आनंद -( जीभ बाहर निकालकर) ऊप्स भाई , मैं नहाकर आई ...... अरे मतलब आया...
ऋषभ - रुको पहले ....
आनंद -( रुकते हुए ) क्या हुआ अब......आपको भी नहाना है क्या ?
विहान -( धीरे से ) आज तो तू पिटेगा आनंद बाबू ..
ऋषभ - तुम अपने दोस्त अमित से मिलने गए थे या कीचड़ में नाचने ...
आनंद - अरे वो भाई बस ये हुआ कि ....( कुछ देर सोचते हुए ) वो मैं ना जा रहा था तो बस किसी ने अपनी बाइक से कीचड़ उछाल दिया और मुझे नहला दिया ....
ऋषभ - ओह ...
आनंद - हां और मैं सच कह रहा हु ....अब इसमें भी डिटेक्टिव मत बन जाना....( चस्मा पहनते हुए ) और भाई ....चलो देव तुम ही बता दो .
( देव भी गोगल्स पहन लेता है और अपना मुंह थोड़ा ऊपर  करके पूरे शान में कहता है )
देव - जीजू अब वो अमित मेरी दी के बारे में कभी कुछ भी नही बोल पाएगा ....
विहान -( हैरानी से ) क्यों तुम दोनो ने क्या उसकी जबान काट दी ??😮
देव -( हंसते हुए ) ना ना ....उसकी बैंड बजाई है ...
ऋषभ -( आनंद को हैरानी से देखते हुए ) मतलब .....यहां  मार पीट करके आए हों...
आनंद -( सकपका कर ) ना भाई ..देव का मतलब है की अमित को बड़े प्यार से समझाया है ....
विहान - फिर ये बैंड का क्या मतलब है ?
( देव अब अपनी जीभ थोड़ी बाहर निकालता हैं और अपने सर पर मारकर कहता है)
देव -( खुद से हीं) ऊप्स क्या बक दिया मैने .......
( वो फिर आनंद की तरफ देखता है जो उसे ही घूर रहा होता है तो कहता हैं)
देव - अरे क्या तबसे .....मतलब मतबल लगा रखा ( पेट पर हाथ घुमाते हुए ) भूख के मारे मेरी जान निकली जा रही है.....
( आनंद .....देव को हैरानी से देखते हुए मन में कहता है " क्या झूठ बोलते हो , अभी तो पूरा छोले भटूरे ठूस कर आए हो ......सही है देव बाबू ....( मुस्कुराते हुए 😀) सही रास्ते पर जा रहे हो .....आनंद ऐसे ही सोच में खोया रहता है की विहान उसकी आंखो के सामने हाथ हिलाकर कहता हैं)

विहान - क्या हो गया.....कहा खो गए ?
आनंद - ( विहान की तरफ देखकर) कही ....कही नही अच्छा चलता हु.....
( आनंद सीढ़िओ पर चढ़ जाता है तो देव कहता है)
देव - दुआओं में याद रखना ......
( बीच में ही विहान) 
विहान - मेरे ज़िक्र का जुबां पे स्वाद रखना......
( आनंद ये सुनकर वही रुक जाता है और कहता है )
आनंद - ये गाना क्यों गा रहे हो ,
देव - आप भी तो गा कर जा रहे तो हम भी लाइन पूरी कर रहे ....😂
आनंद -( मुस्कुराते हुए ) देव ...चलो तुम मेरे साथ चलो ...
( फिर वो देव का हाथ पकड़कर सीढ़ी पर चला जाता है और उसके कंधे पर हाथ रखकर ऊपर चढ़ते हुए धीरे से कहता है )
आनंद - अरे बाहर प्लान बनाया था ना की मार पीट के बारे में कुछ नही बताएंगे 🙄फिर ...
देव - सॉरी जीजू ( 😅) वो बस फ्लो फ्लो में निकल गया .....
आनंद - बेटा फ्लो फ्लो में हमे भी घर से बाहर निकाल दिया जाता ....
देव - ही ही .....
( देव फिर ऊपर चले जाते है तो देव कॉरिडोर में आकर कहता है)
देव - ऊप्स मेरा कमरा तो नीचे है , क्या जीजू आपकी वजह  से फिर से मेहनत करनी पड़ेगी ...
आनंद - ( घूरते हुए ) मैंने देखी है कितनी मेहनत करते हो 😣
देव - अरे आप नाराज क्यों हो रहे....( वापस मुड़कर गाते हुए ) एक तू ही सहारा , एक  तू ही हमारा , इस दोनो जहां में नहीं कोई हमारा .....आनंद जीजू ....सब कुछ है आप मेरे ....आनंद जीजू हो ♥️♥️....
आनंद - बस कर पहले रुलाएगा क्या ....जाओ 😅और आनंद बाबू की जय ....
देव - देवानंद बाबू की जय 😃...
आनंद - यो ब्रो आई लाइक इट 😎.....
( नीचे खड़े जब ये तीनों उन दोनो को कॉरिडोर में ऐसे बोलते देखते है तो विहान कहता है )
विहान - भाई तभी कह रहा घर में बच्चे लाओ ....वरना डर है मुझे की ये लोग ना बन जाए .....
ऋषभ -( घूरते हुए ) विहान ....अब अगर तुमने बच्चे बच्चे करना बंद नही किया तो तुम्हारी खैर नही....
विहान -( मुंह लटका कर ) मैं सबका अच्छा सोच रहा ( दूसरी तरफ मुंह फेरकर ) और लोग मुझे ही गलत समझ रहे 😏😏😏....
ऋषभ - ( घूरते हुए ) पहले तुम लाओ फिर मैं .....

( इतना कहकर वो आदि के कमरे की तरफ बढ़ जाता है तो विहान कहता है )
विहान - मुझे भाभी से बात करना पड़ेगा अब उफ्फ....
( नील वही शांति से खड़ा होकर सबको देख रहा होता है ....और कहता है )
नील - सब कितने अजीब है .....
( फिर अपनी बुक लेकर अपने कमरे में चला जाता है , वही थोड़ी देर बाद देव भी एक एक  सीढ़ीओ पर कूदते हुए नीचे उतर जाता है और कहता है )
देव - जीजू ...आप मेरा देव पुराण ले जाना 😎बहुत काम आएगा....
विहान -( शान्ति से ) हम्मम्मम्म...
( देव भी फिर अपने कमरे में चला जाता है तो विहान आंखे घुमाते हुए फिर से अपने लैपटॉप पर काम करने लगता है .....उधर आदी के रूम में ऋषभ जब पहुंचता है तो देखता है की वो इधर - उधर जल्दी जल्दी में रूम में घुम रहा.......उसे ऐसे देख ऋषभ सामने जाकर खड़ा हो जाता है और कहता है )
ऋषभ - क्या हुआ आदि ....इतने परेशान क्यों नजर आ रहे?
आदि - परेशानी की ही तो बात है ....
( ऋषभ के फिर से पूछने पर आदि उसे सारी बात बताता है तो ऋषभ कहता है)
ऋषभ - इस मामले में तो हमे पुलिस को इनफॉर्म करना चाहिए.....
आदि - हम्मम पर उसके लिए फिर मुझे डलहौजी से जाना पड़ेगा .....
ऋषभ - ( उसे देखकर ) तुमने स्टाफ से बात कर लिया .....
आदि - सबसे कर लिया है ....किसी को कुछ नही पता ...
( दोनो फिर गुमसुम से बैठ जाते है की आदि के फोन पर किसी का कॉल आने लगता  है वो नंबर अननोन होता है तो अटेंड करने से पहले आदि नंबर देख कर ऋषभ की तरफ देखता है और अटेंड करके कहता है)

आदि - हैलो कौन?
( उधर से एक आदमी बोलता हैं)
आदमी - हैलो सर मैं रमेश ...आपके ट्रैवल एजेंसी का एक स्टाफ मेंबर..
आदि - हां बोलो क्या हुआ ?
रमेश - सर सॉरी ...मुझे पता है आप अपनी गाड़ी के लिए परेशान हो गए होंगे ...सर मुझे माफ कर दिजिए , मैने बिना पूछे एजेंसी से गाड़ी ले ली थी ....
( आदि उसकी बात सुनकर बिल्कुल हैरान हो जाता है पर शांति से कहता हैं)
आदि - क्यों लिया था ?
रमेश - वो सर मेरी वाइफ प्रेगनेंट थी और रात में  लेबर पेन ज्यादा होने की वजह से  मैंने आपकी ही गाड़ी ले ली ..... मैं आपको कॉल करके बताना चाहता था पर हड़बड़ी में फोन ही रोड पर गिर गया  और किसी गाड़ी के नीचे कुचला गया ...इसके बाद आज फ्री हुआ तो गाड़ी एजेंसी में वापस देकर आ गया है ...सर सॉरी ....

( आदि उसकी पूरी बात सुनता है और कहता है )

आदि - ठीक है कोई बात नही पर नेक्स्ट टाइम बताकर जाना, बधाई हो तुम्हे  और हां किसी चीज या पैसे की जरूरत हो तो बेझिझक कॉल कर देना ...
रमेश - जी सर ...
( फिर कॉल कट जाता है तो आदि मुस्कुराते हुए कहता है )
आदि - वैसे बाप बनने की खुशी अलग ही होती है ...रमेश की बाते सुनकर लग रहा था की वो बहुत खुश है ...
ऋषभ -( मुस्कुराते हुए ) हम्मम.........अब चले ..
( दोनो फिर बाहर हॉल में आ जाते है लंच करने के लिए .....सब वहां पर पहले से ही बैठे रहते है , दोनो सीट्स पर बैठ जाते है तो आदि कहता है )

आदि - ये नए कुक कब आए ?
ऋषभ  - आज ही .....
आनंद - सही है आ गए वरना मैं कॉफी पिला पिलाकर पागल हो गया है .....
विहान - पागल तो तुम पहले से ही हों...
आनंद - जा ...अब आपको ट्विंकी नही मिलेगी ...बने रहो देवदास...
विहान - मेरा दिल कहता है की वो भी मुझे पसंद करती हैं...
आनंद - आव 😄... बेचारे का दिल टूटने वाला है ...
विहान -( घूरते हुए ) पता नही भाई हो या दुश्मन ...
आदि - बस बस बहस बंद करो दोनो .....( घूरते हुए ) खाने के टाइम पर तो शांति से रह लिया करो ....
आनंद - ( मुस्कुराते हुए ) शांती तो भाई की गर्लफ्रेंड .......( ऋषभ से ) क्यों भाई ?
( ऋषभ घूरते हुए  कोई जवाब नही देता है , थोड़ी देर बाद नौकर भी  सबको खाना परोस देता है तो सब लोग खाने लगते हैं और तभी आनंद कहता है )
आनंद -( खाते हुए ) अरे ऋषभ भाई आपने सबको गुड न्यूज नही बताई क्या ?
विहान -( खुश होकर) मतलब मैं चाचू बनने वाला हु .....
आदि -( खुश होकर ) मैं मामा बनने वाला हु 😳...वाह ..
( ऋषभ अब पूरा हैरानी से आनंद की तरफ देखने लगता है और कहता है )
ऋषभ - ( हकलाते हुए ) आनंद कौनसी गुड न्यूज??

( विहान बीच में ही ) 
विहान - क्या भाई ..इतनी बढ़िया खबर है और आप हकला रहे 😍..( आनंद से ) आज मैं रात में ही 5000 rs तेरे अकाउंट में भेज रहा ...
आनंद -( कंफ्यूजन में ही ) यार भाई लोग ..वो सब तो ठीक है पर ये ...चाचा ,मामा कैसे बन गए गुड न्यूज से 😕😕....
ऋषभ -( टेबल पर हाथ मारकर) सब चुप हो जाओ....
( सब शांत हो जाते है और अपना अपना खाने लगते है तो ...आनंद अपना खाना जल्दी से फिनिश कर लेता है और कहता है) 
आनंद - सुनो रे सब के सब ... गुड न्यूज ये है की वो दीपक पकड़ा गया ..
( ये सुनकर विहान और आदि धीरे से कहते हैं)
विहान - ओह....
आदि - ठीक हैं...
( इन दोनो का ऐसा  जवाब सुनकर देव कहता है )
देव - आप दोनो को क्या हुआ .....अभी तक तो ऐसे उछल   रहे थे जैसे पूरी दुनिया जीत ली हो और अब ऐसे  की किसी ने  आप दोनो के सपने उजाड़ दिए हो ....
विहान -( ऋषभ की तरफ देखकर) सपने ही तो उजाड़े है....🙄
( विहान की ऐसी बात सुनकर ऋषभ बिल्कुल सुन्न हो जाता है और खाना जल्दी से खाकर रूम में चला जाता , नीचे उसके जाने के बाद आदि और विहान ठहाके मारकर हंसने लगते है 😂😂....उन्हे ऐसे हंसता देख नील कहता है)
नील - मैं कह रहा हु ...आप लोग सच में बहुत अजीब है ...
( फिर वो भी अपने कमरे में चला जाता है , उसके जाने के बाद देव कहता है )
देव - एक चीज तो अच्छी हुई , गांव जाने से हमे एक हिंट तो मिला की दी पर कौन अटैक कर रहा....
विहान - हां और अब मैं उस दीपक को बुझा दूंगा ....
आनंद - ना ना ना रे ..( मुस्कुराते हुए ) बुझायूंगा तो मैं ....
( चारो फिर आपस में ही बहस करने लगते हैं की नहीं मैं , नहीं मैं ....तभी ऋषभ नीचे आता है और पुरे घर की लाइट बुझा कर चला जाता है......लाइट ऑफ होने की वजह से आदि कहता है ,
आदि - अरे लाइट किसने बुझा दिया😕...
देव -( हंसते हुए ) लगता है दीपक के बुझाने के चक्कर में लाइट वाले ने हमारी लाइट ही बुझा दी 😂 हां हां...
विहान - चलो आज हम दीपक जलाएंगे....
आनंद - पहले मैं ...
( ये लोग फिर से पहले मैं कहके हंसना शुरू कर देते है )


दूसरी तरफ

अवनी अब रेडी हो गई होती है वापस घर आने के लिए , उसका जरा सा भी मन नहीं कर रहा होता है ऋषभ के पास जाने का फिर भी 😒मुंह फुलाते हुए कमरे से निकल आती है और फिर सबसे गले मिलकर .....खुशी से धीरे से कहती है ,
अवनी - अब टास्क तुम्हे ही पूरा करना है देवरानी जी ...
खुशी - जी ऋषभ जी की रानी ..( हंसते हुए 😂)
अवनी - हूह...
( फिर अवनी ...रिया के पास जाती है और कहती है )
अवनी - भाभी आप मेरे साथ मॉल चलेंगी क्या?
रिया -( हैरानी से ) अरे तुम घर जा रही हो ना ....फिर मॉल क्यू ?
अवनी - आप हमारे साथ चल रही है ...और क्यों जा रहे वो कार में बता दूंगी .....
रिया - नही अवनी ..
अवनी - भाभी आप क्या अपनी ननद की एक इच्छा नहीं पूरी कर सकती ....
रिया - ( हंसते , हुए) तुम भी आनंद की कैटेगरी में जा रही हो ....
अवनी -( धीरे से ) ही ही मुझे इन रूल्स के बीच फंसाने वाले भी तो वही है...
( अवनी ऐसे ही शांति से खड़े होकर सामने देखने लगती है तो रिया कहती है )
रिया - क्या हुआ ....चलना नही है क्या ?
अवनी - वाउ आप चल रही 😅..... चलिए फिर ...
( दोनो फिर घर से बाहर आ जाती है .....सब लोग अवनी को छोड़ने बाहर तक आ गए होते , उसे जाता देख आराध्या जी के आंखो में आंसु आ जाता है तो अवनी कहती है )
अवनी - अरे मां आप रो क्यों रही है ....देखिए आप ऐसे रोएंगी तो मैं नही जा रही...
आराध्या जी -( उसके माथे को चूमकर) नही ..मैं नही रो रही 🤗....
( अवनी फिर से एक बार मुस्कुराते हुए सबके गले मिलती है और फिर कार में बैठ जाती है ...रिया भी बैठ जाती है तो राहुल जी कहते है )
राहुल जी - पूरी सावधानी से अवनी को घर पहुंचाना देना ....ठीक है
( ड्राइवर हां कहके सर हिला देता है और फिर  कार  स्टार्ट कर देता है .........ड्राइवर आराम से ड्राइविंग कर रहा होता है क्योंकि पहाड़ी इलाका होता है तो सब कुछ सावधानी से करना पड़ता हैं…..अंदर कार में रिया अभी भी अवनी को देख रही होती है तो अवनी कहती है )
अवनी - क्या हुआ भाभी ...आप हमे ऐसे क्यों देख रही है ?
रिया -( मुस्कुराते हुए ) यही की ऋषभ बहुत लकी है जो तुम मिली..
अवनी - हम्मम....
रिया - अच्छा अब ये बताओ की हमें क्यों मॉल ले जा रही है ?
अवनी - ( मुस्कुराते हुए) इसलिए की आप मेरी तरफ से सबके लिए गिफ्ट ले जाए ....
रिया - सबके लिए ?
अवनी - हां भाभी .....हम इतने दिन तक रहे है ऊपर से किसी के लिए कुछ भी नही ले गए तो बस 😃सोचा आज सबके लिए शॉपिंग कर लू...
रिया -( थोड़ी परेशान होकर ) अवनी ...हमे घर भेज दो ..तुम्हे पता है ना ऋषभ को अगर ये पता चला तो कितना गुस्सा करेगा ...
अवनी - भाभी उन्हे मैं संभाल लूंगी ..( खुद से हीं) वैसे भी एक बार घर में चली गई तो टांग देगे ये रूल्स का बोर्ड 😕😕...
रिया - क्या हुआ ? कार वापस मोड़ दो हम शॉपिंग बाद में कर लेंगे...
अवनी - भाभी....प्लीज चलिए ना..फिर देव और नील भाई के लिए भी कुछ लेना पड़ेगा ..आखिर इतनी मदद जो की है ...
रिया -( हंसते हुए) तुम  अगर मदद के बदले कुछ दोगी तो वो कभी नही लेंगे...
अवनी - उम्मम्म फिर तो उनकी बहन के रिश्ते के नाते 😄...तब शायद मना ना करे ..
रिया - मतलब तुम शॉपिंग जाकर रहोगी ...
अवनी - जी हां ....
( अवनी फिर ड्राइवर को फिनिक्स मॉल के सामने रुकने के लिए पहले से ही कह देती है तो वो कहता है)
ड्राइवर - मैम मास्टर ने सीधे घर आने के लिए कहा है ..
अवनी - अरे आप मॉल लेकर चलिए मैं मास्टर( धीरे से )  ब्लास्टर से बात कर लूंगी .....
( अवनी के कहने पर ड्राइवर थोड़ी देर बाद फीनिक्स मॉल के सामने कार रोक देता है , फिर अवनी और रिया ड्राइवर को वही छोड़.....अंदर मॉल में चली जाती है , मॉल पूरा भरा पूरा होता है उसे देख रिया कहती है ,
रिया - ऐसा लग रहा पूरा डलहौजी आज ही शॉपिंग पर आया है
अवनी - ( हंसते हुए ) कोई खो गया तो 2-3 घण्टे बाद ही मिलेगा ....😁

( .दोनो फिर हंसते हुए ऊपर जाने के लिए सीढ़ी वाली लिफ्ट  पर चली जाती है ....वैसे तो रिया को कुछ लेना नही होता पर अब जब मॉल आ ही गई है तो आदि के लिए कुछ लेने का सोचती है ....दोनो पहले गर्ल्स कॉर्नर पर जाती है और वहां से अवनी सभी लड़कियों के  लिए कुछ ना कुछ ले लेती है और रिया के हाथो में थमाती रहती है ..रिया भी सारा सामान लिए हंसते हुए उसके पीछे चल रही होती है  ,उसके बाद आराध्या जी के लिए वो साड़ी खरीदती है और फिर बॉयज कॉर्नर में आती तो राहुल जी के साथ साथ सभी के लिए शर्ट्स और जींस लेती है सिवाय ऋषभ के तो रिया कहती है )
रिया - ओ मैडम अपने हसबैंड के लिए कुछ नही लेना क्या ?
अवनी - ( नाक सिकोड़ते हुए ) नही..
रिया - अरे ऐसे कैसे नही.....चलो लो ( प्यार से ) कुछ तो ले लो ..
अवनी - भाभी मुझे नही कुछ लेना उनके लिए .....
( तभी एक सेल्स गर्ल अवनी से कहती है )
सेल्स गर्ल - मैम आप ये परफ्यूम अपने हसबैंड के लिए ले सकती है ....जस्ट न्यू ब्रांड है जो कल ही दुबई से आई है ...इसकी खुशबू भी बहुत अच्छी है ...( सामने करके ) आप एक बार ट्राई कर सकती है ....
( अवनी ये सुनकर रिया की तरफ देखने लगती है तो रिया कहती है )
रिया - कर लो ट्राई ...( समान दिखाते हुए) मैं नही कर पाऊंगी ....
( अवनी फिर मुस्कुराते हुए परफ्यूम थोड़ा सा हाथ पर स्प्रे करती है और कहती हैं)
अवनी - चलिए मुझे बहुत पसंद आया 😏मैं अपने लिए ले रही ...
( रिया उसकी बात सुनकर हंसने लगती और कहती है )
रिया - तुम दोनो की फाइट हुई है क्या ?
( अवनी कोई जवाब नही देती है और सेल्स गर्ल से कहती हैं)
अवनी - इसकी 2 बॉटल्स और दीजिए ...
( वो सेल्स गर्ल 2 बॉटल और देती फिर वहां से चली जाती है .....रिया फिर परफ्यूम को रखते हुए कहती है )
रिया - ये दो किसके लिए ??
अवनी - ( मुस्कुराते 😍हुए ) एक मेरी भाभी के लिए दूसरा भाभी की तरफ से भाई के लिए .....
( रिया मुस्कुराते हुए कहती है )
रिया - अच्छा भाभी की ननद जी अगर शॉपिंग हो गई हो तो चले ....( टाइम देखते हुए ) पूरा 1 घंटा हो गया है....पता है ना ज्यादा शाम होने से पहले घर पहुंचना है ....
अवनी - जी भाभी जी चलिए .....अच्छा रुकिए ....
( रिया रुक जाती हैं और मुड़कर कहती हैं)
रिया - क्या हुआ ?
अवनी - वो भाभी .....आप  सारे गिफ्ट्स कार में रखवा दीजिए और घर चले जाइए ड्राइवर के साथ तब तक मैं मॉल में ही थोड़ी और शॉपिंग कर लुंगी  जबतक ड्राइवर वापस नहीं आएगा।।
रिया - ऐसा कुछ भी नही होगा ....तुम अभी घर जाओ मैं ऑटो से चली जाऊंगी....
अवनी - भाभी शाम हो गई है और मैं आपको अकेले ऑटो में नही जाने दूंगी ...
( इतना कहके वो काउंटर पर जाकर सबकुछ पे करती है और बाहर आकर सारा सामान रख देती है और ड्राइवर से कहती है )
अवनी - भाभी को घर छोड़कर आ। जाइए  , तब तक मैं यही मॉल में हु .....
( ड्राइवर ...रिया की तरफ देखने लगता हैं तो अवनी कहती है )
अवनी - आप चिंता मत करिए ..... ऋषभ जी कुछ भी नहीं कहेंगे ....
( ड्राइवर कुछ नही कह पाता है और अवनी ...रिया को कार में बिठाकर अपने सामानों के साथ फिर से मॉल में चली जाती है ....दूसरी तरफ ऋषभ भी शाम की मीटिंग्स अटेंड करके कार लेता है और थोड़ी देर बाद मॉल पहुंच जाता है ....उधर अवनी मॉल में बुक्स कॉर्नर पर जाती है और  2 -3 बुक्स को देखकर कहती है )
अवनी - उन अकडू राक्षस को पता नही कैसी किताबे पसंद आती होंगी ....
( वो कुछ किताबो को देखती है और फिर बिना खरीदे ही किचन वाले सामानों के कॉर्नर में चली जाती है और वहां पर से एक बेलन उठाकर देखती है और कहती है )
अवनी - ये गिफ्ट सही रहेगा मिस्टर राक्षस के लिए 😏....
फिर वो बेलन ले लेती है .
दूसरी तरफ ऋषभ भी इंटेफाक से उसी मॉल में जाता है जहां अवनी भी होती , जैसे ही अंदर जाता है मास्क पहन लेता है ताकि कोई पहचान ना सके ......अंदर की भीड़ देखकर तो  वो भी हैरान हो जाता है , वो अपनी घड़ी में टाइम देखता है जिसमें 5 बज गए होते है .........ऋषभ  फिर ज्वेलरी कॉर्नर पर जाता है और वहां पर एक पेंडेंट की फोटो दिखाकर वैसा ही मांगता है .....कुछ देर बाद सेल्स ऋषभ को देखकर मुस्कुराते हुए वो पेंडेंट पैक करके दे देती है । ऋषभ फिर उसे लेकर जाने लगता है की उसकी नजरे एक खूबसूरत सी पायल पर जाती है जिसपर रंग बिरंगे डायमंड्स लगे होते और साथ में भरा पूरा घुंगरू ....पायल देखकर ऋषभ वही रुक जाता हैं.........

दूसरी तरफ 

ड्राइवर  रिया को घर छोड़ देता है और वहां से जल्दी निकलने की कोशिश करता है क्योंकि बाहर ठंडी हवा चलना शुरू हो गई होती है और साथ में हल्की हल्की बूंदा - बांदी …....इधर मॉल में  अवनी बेलन लेकर नीचे उतरने ही वाली होती है की उसकी नजर सामने गर्ल्स कॉर्नर में रखे हुए गाउन पर चली जाती है ...उसे देखकर वो कुछ देर तक वही रुक जाती है और फिर मुस्कुराते हुए अंदर घुस जाती है जहां पर सिर्फ एक ही सेल्स गर्ल होती है ........अवनी फिर उसके पास जाकर कहती है ,)
अवनी - ये गाउन किसी ने परचेज तो नही की है ना ?
सेल्स गर्ल - नो मैम ...
अवनी -( मुस्कुराते हुए ) ठीक है फिर ..मैं ट्राई करना चाहूंगी...
सेल्स गर्ल - या स्योर मैम....
( अवनी फिर अपना पर्स वही सोफे पर अपने सारे सामानों के साथ रख देती है और गाउन लेकर अंदर चेंजिंग रूम में घुस जाती है .........दूसरी तरफ पायल। को देखकर ऋषभ मुस्कुरा रहा होता है तो सेल्स गर्ल कहती है )
सेल्स गर्ल - सर क्या आप इसे देखना पसंद करेंगे ?
ऋषभ - हम्मम्मम्म....
( फिर वो गर्ल पायल केस से निकालकर ऋषभ के हाथो में रख देती है तो वो उसे अपने कानो के पास लाता है और हल्का सा बजाता है गो छन छन की आवाज आने लगती है ...आवाज सुनकर ऋषभ एक बार फिर से मुस्कुरा देता है और अवनी के बारे में सोचने लगता है की उसे याद आता है की अब तक तो अवनी घर पर पहुंच गई होंगी , वो फोन निकालकर आदि को कॉल करता है और अटेंड होने के बाद कहता है )
ऋषभ - हैलो आदि ....अवनी पहुंच गई क्या ?
आदि -( टाइम देखते हुए ) अभी तक तो नही ....
ऋषभ -( हैरान होकर ) क्या .....क्या मतलब अभी तक नही पहुंची ....टाइम देखो उन्हे तो आधे घंटे पहले तक  पहुंच जाना चाहिए था ......
( इधर   आदि जब ये सुनता है तो थोड़ा परेशान हो जाता है क्योंकि अब बाहर हवाओ के साथ साथ तेज बारिश शुरु हो गई होती है.......वो ऋषभ से कहता है)
आदि - अच्छा कॉल रखो मैं रिया से फोन करके पूछता हु .....
( कॉल कट होने के बाद आदि ...रिया को कॉल करता है और कहता है )
आदि - हैलो रिया आप कहां है ?
रिया - ये कैसा सवाल है आदि ...हम और कहा घर के सिवा ...
आदि - ( प्यार से ) आप अकेली है ...
रिया - हम्मम अपने कमरे में है ..….
आदि - अच्छा तो अवनी कहा है ?
रिया -( हैरानी से ) क्या मतलब कहा है ...घर पर पहुंच गई होंगी अब तो ....
आदि - नही....
रिया -( बालकनी से बाहर देखते हुए ) क्या बोल रहे है आप ....ड्राइवर तो आधे घण्टे पहले ही निकल चुका था ....
( आदि अब रिया की बात सुनकर थोड़ा हैरान हो जाता है और कहता है )
आदि - आधे घंटे क्या मतलब इसका ?
रिया - आज मैं और अवनी फीनिक्स मॉल गए थे....तो अवनी ने शॉपिंग कराने के बाद मुझे ड्राइवर के साथ घर भेज दिया था ,और अब तो आधे घंटे हो चुके है ड्राइवर को  निकले .....
( ये सुनकर आदि को बहुत ज्यादा गुस्सा आ जाता है तो वो कहता है)
आदि - आपको ख्याल भी है आप क्या करके आई है ?
( रिया हैरानी से उसकी बात सुनती है और कहती है ) 
रिया - हम क्या करके आए हैं..
आदि - ( गुस्से में ) आपको अवनी को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए था मॉल में , भले ही कितनी जिद करती हैं वो....पर आपको घर नही आना चाहिए था...
( रिया पहली बार आदि की इतने गुसैल आवाज को सुनकर थोड़ा घबरा जाती है और कहती है )
रिया - आप ऐसे क्यों बात कर रहे है 😐मुझे ये अजीब लग रहा है....
आदि -(गुस्से में ही ) लगना ही चाहिए ऐसा...आपको पता है ना अवनी को एक पल अकेला छोड़ना मतलब उसकी जान जोखिम में डालना ....बाहर का मौसम देखिए ..ड्राइवर को कॉल किया उसने भी नही उठाया ...ऊपर  से मौसम पूरा बिगड़ा हुआ है 😑😑......(और गुस्से में) रिया अगर अवनी को कुछ भी हुआ तो आपका और हमारा रिस......
( इतना कहकर ही आदि चुप हो जाता है ,....उधर रिया जब ये सुनती है तो ,बिल्कुल सुन्न हो जाती है ....उधर से आदि ,रिया - रिया पुकारते रहता है पर रिया कोई जवाब नही देती है और फोन उठाकर फेंक कर तेज से रोते  होते हुए  बेड पर लेट जाती है .........बाहर दरवाजे पर खड़ी खुशी ये बात सुन लेती है तो बिना कुछ कहे वहां से चली जाती है ...........दुसरी तरफ मॉल में ऋषभ पायल खरीद लेता है की तभी उसके फोन पर आदि का मैसेज आता है की - अवनी और रिया फीनिक्स मॉल गई थी शॉपिंग करने ...एक बार मॉल में देख को अवनी  वही होंगी क्योंकि ड्राइवर को कोई कॉल नही लग रहा ......ये पढ़कर तो ऋषभ पूरा चौंक जाता है और पायल लेकर इधर - उधर मॉल में ही अवनी को ढूंढने लगता है ........,उधर गर्ल्स कॉर्नर में अवनी गाउन पहन लेती है पर उसकी जिप नहीं बंद हो रही होती है तो वो बालो को पीछे करके , सेल्स गर्ल को बुलाने के लिए डोर खोलने लगती है तो वो खुलता ही नही है , बाहर सेल्स गर्ल भी कॉफी पीने के लिए वहां से चली गई होती है ....अंदर अवनी  को अब घबराहट सी होने लगती है वो बहुत कोशिश करती है की दरवाजा खुल जाए पर शायद वो जाम हो गया होता है तो नही खुलता है ...अब अवनी को पूरी तरह से घबराहट महसूस होने लगती है ....वो आंखे चारो तरफ घुमाकर बंद चेंजिंग रूम को देखती है तो उसकी सांसे तेज हो जाती है और साथ में  अब वो रोना भी शुरू कर देती है ,।।। वो दरवाजे को पिटते हुए सेल्स गर्ल को पुकारती है पर कोई रिस्पॉन्स नही मिलता है तो वो वही नीचे बैठकर रोना शुरू कर देती है....वो कोशिश करती हैं की ना रोए पर जब भी उसकी नजरे उस बंद कमरे पर जाती है तो वो घबराहट के मारे रोना शुरू कर देती है और एक बार फिर से खड़ी होकर तेज सांस लेते हुए ही दरवाजे पर मारकर " ऋषभ जी ...ऋषभ जी पुकारने लगती है ...इधर ऋषभ हर जगह देख लेता है पर अवनी कही नही नजर आती है ....वो फिर से भागते हुए गर्ल्स कॉर्नर पर जाता है और अंदर घुसकर देखता है की वहां  कोई नही है ....वो ऐसा देख जाने ही लगता है की उसकी नजर सोफे पर रखे पर्स पर चली जाती है ...वो पास जाकर पर्स उठाता है और खोलकर देखता है की सारी चीजे अवनी की ही है ......वो सामान देखकर हैरान हो जाता है और चारो तरफ देखते हुए कहता है ,)
ऋषभ - अवनी ..अवनी आप है क्या यहां?
( अंदर अवनी जब ऋषभ की आवाज सुनती है तो ....फिर से खड़े होकर दरवाजे पर जोर जोर से पिटते हुए ऋषभ को पुकारने लगती है .......ऋषभ अवनी की आवाज सुन। चारो तरफ देखने लगता हैं और फिर उसकी नजर सामने चेंजिंग रूम पर जाती है ...वो सामान वही रखकर उसकी तरफ बढ़ जाता है और दरवाजे पर हाथ रखकर कहता है )
ऋषभ -  अवनी जी आप है ?
( अंदर अवनी ...ऋषभ की आवाज सुनकर कहती हैं)
अवनी - ( तेज से रोते हुए ही) ऋषभ जी .....
( अवनी की रोने की आवाज सुनकर ऋषभ घबरा जाता है क्योंकि उसे पता होता है की अवनी को बंद कमरे में घबराहट होती है ....तभी अवनी रोते हुए ही कहती है )
अवनी - ऋषभ जी....जल्दी खोलिए मेरी सांसे अटक रही है .....
( ऋषभ जब ये सुनता है तो कहता है)
ऋषभ - घबराइए मत ...मैं हु ना .आ आप बस थोड़ा पीछे हो जाइए…..
( अवनी ये सुनकर थोड़ा पीछे हट जाती है तो ऋषभ एक तेज लात मारकर डोर को खोल देता है वही जैसे ही डोर ओपन होता है .....अवनी भागकर ऋषभ को कसकर पकड़ के लिपट जाती है और रोना शुरू कर देती है तो ऋषभ भी उसे अपनी बाहों में कसकर पकड़ लेता है …..अवनी अभी भी रोए जा रही होती है तो  , ऋषभ उसके सर पर सहलाते हुए कहता है )
ऋषभ - ठीक है रोना बंद कीजिए अब आप .... मैं अब हु ना ..
,( पर अवनी का रोना  बंद ही नही हो रहा होता है वही दरवाजे पर मारने की आवाज सुनकर कुछ सेल्स गर्ल भागते हुए आ जाती है तो ऋषभ उन सबको गुस्से में घूरते हुए कहता है )
ऋषभ - कहां है तुम लोगो का मैनेजर .. बुलाओ उसे ...
( उसकी आवाज इतनी तेज होती है की आस पास के लोग ऋषभ की तरफ देखने लगते है तभी मैनेजर भागते हुए आता है और कहता है)
मैनेजर - सॉरी सारी ...सर हमे खेद है हमारी वजह से आपको प्रोब्लम हुई ।।
ऋषभ - ( गुस्से में ही ) मैं इसकी पुलिस कंप्लेन भी कर सकता हु ....तुम लोग अपना काम ढंग से क्यों नही करते ...अगर मेरी अवनी को आज कुछ हो जाता तो ...
( ऋषभ का इतना गुस्सा देखकर मैनेजर भी थोड़ा डर जाता है ...तभी ऋषभ ....सेल्स गर्ल को  देखते हुए कुछ कहने ही जाता है की अवनी " नही कहके ऋषभ को चुप करा देती है और उसकी बाहों से निकलकर जाने लगती है तो वो उसे अपनी गोद में उठा लेता और वहां से बाहर निकालकर नीचे बीच मॉल में खड़ा कर देता है ......पीछे पीछे एक सेल्स गर्ल अवनी का सामान लेकर उसकी कार में डाल देती है ऋषभ के परमिशन से ...फिर  ऋषभ ....अवनी के लिए कुछ खाने की चीजे लेता है और उसे भी सेल्स गर्ल के हाथो कार में रखवा देता है और फिर से अवनी को गोद में उठा लेता है  बाहर कार में ड्राइविंग सीट के बगल वाली सीट पर बिठा कर खुद ड्राइविंग सीट पर बैठ जाता था। और फिर कार स्टार्ट कर देता है .....बाहर अभी भी बारिश हो रही होती है , ऋषभ मैसेज करके पहले ही बता देता है की अवनी मिल गई है...वही आदि जब ये सुनता तो खुश हो जाता है पर अब उसे अच्छा नही लग रहा होता है की। उसने रिया से ऐसे बात की........ कार में अवनी अभी भी उसी गाउन में होती है , ऋषभ उसकी तरफ देखता है और कहता है)
ऋषभ  - आप अच्छी लग रही है इस गाउन में ....
( अवनी बिना कोई जवाब दिए दूसरी तरफ देखने लगती है तो ऋषभ मुस्कुराते हुए देखता है और एक गाना शुरू कर देता है .......

क्या मोहब्बत है
क्या नज़ारा है
कल तलक ये दिल था मेरा
अब तुम्हारा है

क्या तमन्ना है
क्या इशारा है
हमने तो पल पल तड़प के
पल गुज़ारा है


गाना सुनकर अवनी आंखे बंद कर लेती है वही ऋषभ ....अपनी अवनी को अपने पास देखकर मुस्कुराते हुए घर के लिए निकल जाता है।


क्रमश ०००००००००


♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️


  


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6 Comments

shweta soni

27-Jul-2022 06:38 AM

Bahut achhi rachana

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Punam verma

21-Jul-2022 09:42 AM

Nice

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Seema Priyadarshini sahay

20-Jul-2022 07:03 PM

बेहतरीन भाग

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